बिलासपुर। सरकंडा थाना क्षेत्र में नायब तहसीलदार व कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के साथ कथित मारपीट व दुर्व्यवहार के मामले म ने तूल पकड़ लिया है। इससे नाराज कनिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी संघ ने सरकंडा थानेदार वह स्टाफ के खिलाफ मंगलवार को मोर्चा खोल दिया । संघ के पदाधिकारी व सदस्यों ने कलेक्टर व पुलिस के अधिकारियों से मुलाकात कर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
कनिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी संघ ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन, निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की,पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक, मानवाधिकार आयोग, और उच्च अधिकारियों से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की है। पीड़ित का कहना है कि वह एक ईमानदार सरकारी कर्मचारी हैं और इस तरह की घटनाएं न केवल उनके सम्मान को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि समाज में पुलिस व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती हैं।यह घटना पुलिस की कार्यशैली और नागरिकों के साथ उनके व्यवहार पर गंभीर प्रश्न खड़ा करती है। यदि इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की गई, तो यह नागरिक अधिकारों के हनन का उदाहरण बन सकता है। संबंधित अधिकारियों से उम्मीद की जा रही है कि वे दोषियों को दंडित कर न्याय सुनिश्चित करेंगे।इस घटना ने एक बार फिर से पुलिस और जनता के बीच विश्वास बहाली की आवश्यकता को रेखांकित किया है। संघ ने चेतावनी दी है कि अगर मामले में जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे व्यापक विरोध प्रदर्शन करेंगे। उनका कहना है कि ऐसे मामलों से प्रशासनिक सेवाओं में काम करने वाले अधिकारियों का मनोबल गिरता है और जनता में प्रशासनिक व्यवस्था के प्रति विश्वास कम होता है।